महाकाल अखाड़ा कुंभ मेले में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जहाँ नागा संन्यासी और तपस्वी संत अपने अनुयायियों को शिव भक्ति की शिक्षा देते हैं। यह अखाड़ा सनातन धर्म की रक्षा और संस्कृति के प्रचार का सशक्त माध्यम है।